- जहाँ आज श ह री इलाकों (क्षेत्रों )में तो कोई ज्यादा तोर पर इस मानसिकता से लोग प्रभावित तो नहीं हे पर जो लोग कुछ काम तो नहीं बल्कि सभी को परेशानी और पीड़ा का आभास ही करा ते हे वो कुछ लोग हे अगर सही रूप से देखा जाये तो गाँव में तो बहुत ही अधिक रूप से सभी को परेशानी होती हे न तो गाँव में कोई जागरूक होता हे इसी से हम पूरा पता चलता हे वरन क्यों की यही से तो मान सिकता को नापा जा सकता है। ''किन्तु गाँवों में जो सोच (मानसिकता )विकार आज भी है ;तो शिक्षा की कमी कह सकते है। ''किन्तु गाँव ों के लोग तो शिक्षा को भी मान्यता अधिक नहीं दे पाते है ''क्यों की वो कहते पैसा ही सबकुछ है क्या यह सही हे हम जिस समाज में रहते हे वहां कुछ तो हमारे पास होना आवशयक होता हे ''परन्तु इस समाज की ये एक रूढ़ि वादी मानसिकता की लड़कियों को तो चूल्हा -चौका ही सम्भालना हे ,, इसी मानसिकता से आज भी ऐंसे क्षेत्र "(गाँव )है, जहा ही ऐंसी मानसिकता है ,'
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Fashion Era
Thursday, 4 January 2018
mansikta4
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